
Dharti Sajaya Prabhu Nadi Naala Se Lyrics
धरती सजाया प्रभु नदी नाला से ,
आसमान सजाया तूने चाँद तारो से – x2
दुनिया सुन्दर लगती है – x2
बढ़ाई करू सदा तेरी बढाई करू
बढ़ाई करू प्रभु तेरी – x2
पहाड़ पर्वत झरना जंगल गुन गुनाये ,
पशु पक्षी फूल पौधे गीत गाये – x2
बढ़ाई करू सदा तेरी बढाई करू
बढ़ाई करू प्रभु तेरी – x2
स्तुति करुं महिमा गाउँ सदा तेरी ,
आदर भक्ति प्रशंसा महिमा तुझको ही
बढ़ाई करू सदा तेरी बढाई करू – x2
बढ़ाई करू प्रभु तेरी – x2